बांसी का ऐतिहासिक माघ मेले मैदान का वजूद खतरे में

 


बांसी का ऐतिहासिक माघ मेले मैदान का वजूद खतरे में


बांसी का ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहर कहा जाने वाले माघ मेला मैदान का वजूद खतरे में है । इसपर नगर पालिका प्रशासन खुद अतिक्रमण कर कूड़ा डंपिंग गृह का निर्माण कराना शुरू कर दिया है । शुक्रवार को यह देख नगरवासी आक्रोशित हो एसडीएम को ज्ञापन दे तत्काल इस ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखने की गुहार लगाई ।संस्कार मित्र मंडली की संरक्षक हरिशंकर चौरसिया की अगुवाई में एक दर्जन मंडली के सदस्य व नगरिक एसडीएम शिवमूर्ति सिंह से मुलाकात किए और नपा द्वारा किए जा रहे अतिक्रमण पर विरोध जताया । ज्ञापन के माध्यम से कहा कि प्रतिवर्ष इसी भूभाग पर एक माह तक चलने वाला प्राचीन व ऐतिहासिक मेला लगता है । जिसे खुद नपा प्रशासन ही लगवाता है । पर वहीं अब इस पर अतिक्रमण कर रहा है । अतिक्रमण के कारण वैसे भी माघ मेला परिसर पहले से सं है ।  जबकि उक्त भूमि 132 की है जिसका स्वरूप किसी भी दशा में न बदले जाने का कानूनी प्राविधान है । लोगों ने चेतावनी दिया यदि निर्माण कार्य रूकवाते हुए किए गए अतिक्रमण अविंलब नहीं हटवाया गया तो नगरवासी धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे। ज्ञापन देने में हरिगोविंद साहू, सूरज अग्रहरि, अजीत सिंह, कृष्णा अग्रहरि, गोविंद गुप्ता व गौरव निषाद आदि मौजूद रहे ।