साफ्टवेयर से रेलवे साइट हैक कर टिकट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश

साफ्टवेयर से रेलवे साइट हैक कर टिकट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश



 बस्ती रेडवुल, आईवाल साफ्टवेयर से आईआरसीटीसी की साइट हैक कर रेलवे का ई टिकट बनाने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को रेलवे अस्पताल के पास से स्वाट टीम, पुरानी बस्ती पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। जबकि गिरोह का सरगना समेत दो पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पाए है। गिरफ्तार लोगो में गोरखपुर जिले के गोला थाना क्षेत्र के भूपगढ़ के मूल निवासी और रामगढ़ थाना क्षेत्र के तारा मंडल बुद्धबिहार में रह रहे सन्नी राय उर्फ राजाभाई, गोला थाना क्षेत्र के साचांडी निवासी सौरभ राय और बस्ती जिले के कोतवाली क्षेत्र के पिकौरा दत्तूराय निवासी मोइनुलहक उर्फ लल्लू शामिल है। सरगना गोण्डा जिले के खोड़ारे थाना क्षेत्र के गौराचौकी निवासी शमशेर आलम और दूसरा गोण्डा के जेल रोड निवासी अभय प्रताप सिंह की पुलिस तलाश कर रही है।
एसपी हेमराज मीणा ने पत्रकारों को बताया कि साफ्टवेयर डेवलप कर उसे यू टयूब पर अपलोड किया गया था। यू टयूब पर देखकर रेलवे टिकट बनाने वाले एजेंट दिए गए नंबर पर सम्पर्क करते थे और बातचीत हो जाने पर वाट्सएप पर लिंक भेजा जाता था। साफ्टवेयर के बदले हर माह एक निश्चित धनराशि ली जाती थी। जिसने नहीं दिया उसका लिंक नहीं खुलता था। इस साफ्टवेयर की मदद से साइट हैक कर एक मिनट में 25 से 30 टिकट बनाए जाते थे। पकड़े गए लोगो के पास से एक लैपटाप, दो डेस्टकटाप, 6 मोबाइल फोन, 4 एटीएम कार्ड, लगभग डेढ़ लाख रूपए मूल्य का आरक्षित रेलवे टिकट की प्रिंट कापी, 31 सौ रूपए नगदी, एक पैन कार्ड, दो वाईफाई राउटर,एक बिना नम्बर की ईको स्पोर्ट कार बरामद किया गया है। उनके खाते में छह माह में 80 लाख रूपए ट्रांजेक्शन करना पाया गया। इनका नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है। आईआरसीटीसी की तरह साफ्टवेयर बनाकर अवैध कारोबार में संलिप्त गिरोह का खुलासा करने वाली टीम को एसपी ने 20 हजार रूपए से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।